ग्राम पंचायत बांडासर में नरेगा योजना में फर्जीवाड़ा, बिना काम किए अपलोड हो रही हैं तस्वीरें, अधिकारी मौन
नरेगा योजना में फर्जीवाड़ा
बांडासर: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) के तहत गरीब और बेरोजगार ग्रामीणों को रोजगार देने का उद्देश्य है, लेकिन ग्राम पंचायत बांडासर में इस योजना का दुरुपयोग किया जा रहा है। यहां बिना मजदूरी किए फर्जी लेबर की फोटो अपलोड की जा रही हैं, और प्रशासन की जानकारी में होने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है।
कैसे हो रहा है नरेगा में फर्जीवाड़ा?
1. फर्जी हाजिरी: कुछ प्रभावशाली लोगों द्वारा बिना काम किए ही मजदूरों की उपस्थिति दर्ज करवाई जा रही है।
2. फोटो अपलोड घोटाला: नरेगा पोर्टल पर काम करते हुए मजदूरों की झूठी तस्वीरें अपलोड की जा रही हैं।
3. भुगतान में धांधली: मजदूरी के पैसे उन्हीं लोगों के खातों में डाले जा रहे हैं जो असल में काम पर गए ही नहीं।
4. अधिकारियों की मिलीभगत: संबंधित अधिकारी और ग्राम पंचायत प्रतिनिधि इस घोटाले को नजरअंदाज कर रहे हैं।
प्रशासनिक चुप्पी, ग्रामीणों की नाराजगी ग्राम पंचायत बांडासर में यह फर्जीवाड़ा किसी से छुपा नहीं है। कई ग्रामीणों ने इसकी शिकायत भी की, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई। अधिकारियों की लापरवाही के चलते यह भ्रष्टाचार बेधड़क जारी है। नरेगा योजना में फर्जीवाड़ा
नरेगा योजना का असली मकसद हो रहा है फेल
नरेगा का उद्देश्य गांवों में बेरोजगारों को रोजगार देना और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य करवाना है। लेकिन जब मजदूरों से बिना काम कराए ही पैसा निकाला जा रहा है, तो इससे वास्तविक जरूरतमंद लोगों को नुकसान हो रहा है।
कब होगा इस फर्जीवाड़े पर लगाम?
- ग्रामीणों की मांग है कि इस घोटाले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
- जिम्मेदार अधिकारियों और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
- नरेगा पोर्टल पर अपलोड हो रही तस्वीरों की जांच की जाए और जमीनी स्तर पर वेरिफिकेशन हो।
सरकार को उठाने होंगे सख्त कदम
यदि समय रहते इस फर्जीवाड़े को नहीं रोका गया, तो यह न सिर्फ सरकारी धन की बर्बादी होगी, बल्कि जरूरतमंद मजदूरों के अधिकार भी छीने जाएंगे। क्या प्रशासन इस घोटाले पर जल्द कोई कदम उठाएगा, या फिर यह भ्रष्टाचार यूं ही जारी रहेगा?
(यह खबर ‘थार समाचार’ द्वारा प्रकाशित की गई है, इसे अधिक से अधिक शेयर करें ताकि सच्चाई सामने आ सके।)

Author: Hakam Bandasar
रिपोर्टर दैनिक भास्कर बाड़मेर