टावर लगाने की प्रक्रिया पर सरकार का बड़ा फेसला अब हर 5 km पर लगेगा टावर
बाड़मेर जैसलमेर जिले के सीमांत क्षेत्र में टावर की प्रकिया तेज हो गई है ग्राम पंचायत से फीड बैक मांगने के बाद एक फिर इसको तेज कर दिया है जनवरी 2025 तक लक्ष्य रखा गया है जिस में चिन्हित गावो और ग्राम पंचायत आने वाले 6 महीनो में नेटवर्क से जोड़ने का टारगेट है इसका मुख्य कारण है सरकारी योजनाओं से वाचित गांव और ऑनलाइन सिस्टम नही चलने के कारण ये फैसला किया गया है सरकार की हर चीज ऑनलाइन होने के कारण अधिकारियो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता जिस में ग्राम पंचायत के समस्त कार्य जेसे नरेगा में सरकार ने नियम जारी किया है की लोकेशन पर जाकर ही हाजरी डेटा अपलोड करना अनिवार्य है जबकि बॉर्डर एरिया में डीएनपी क्षेत्र में कही ग्राम पंचायत आती है जिस में ज़्यादातर नेटवर्क की समस्या होने से डाटा उपलबंध नही होता है जिसकी वजह से खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है वही अगर देखा जाए चिकित्सा संबंधी तो टिके ऑनलाइन होना जरूरी है जबकि क्षेत्र में नेटवर्क की कमी से वह अधूरा रह जाता है ऑफलाइन काम को सरकार मान्य नहीं मानती जिसका भी डिपारमेंट को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिसको लेकर बाड़मेर जिले के सीमांत क्षेत्र में नेटवर्क को लेकर आज 3 मीटिंग थी जिस में बॉर्डर एरिया में नेटवर्क सुचारू करवाने पर पूरा जोर दिया गई इस में मुख्य भूमिका निभाने वाली रिलायंस जियो इंडस्ट्रीज के राजस्थान अधिवक्ता श्री मनोज कुमार कुशवाह ने कहा की बॉर्डर एरिया में 30% गावो में पहले से नेटवर्क को पूरा कर चुके बचे सभी गावो में हमारी टीम सर्वे कर रही है आने वाले कुछ दिनों में नेटवर्क पर काम करने का फेसला लिया जाएगा वही एयरटेल वोडाफोन बीएसएनएल कंपनियों के उच्च अधिकारी मीटिंग में मौजूद रहे बताया गया है की भारत की सबसे बड़ी कम्पनी बीएसएनएल टेलीकॉम कंपनी ने खुलासा करते हुए बताया की बीएसएनएल भारत की सरकार को कंपनी है हमेशा सस्ते ऑफर लेकर आते है वही प्राइवेट लिमिटेड कंपनी 299 प्रति महीना 2 जीबी नेट के साथ ऑफर देती है बीएसएनएल 132 रुपया में 1.5 जीबी डाटा और 1 महीने का कॉलिंग देता है वही 299 में 3 महीने 1.5 जीबी डाटा देता है 499 में 3 महीना 2 जीबी डाटा के साथ इंडिया का सबसे बड़ा फायदे वाला बजट लेकर आता है भोली जनता को मेहगे ऑफर देकर सरकार को जीएसटी की लालच में देश के नागरिकों को लुटा जा रहा है राज्य सरकार से कही बार एग्रीमेंट लिया पर काम नही हो पाया है जिसको लेकर सरकार प्राइवेट कंपनियों को यादा महत्व दे रहा है वही पाकिस्तान से सटे इलाकों में बीएसएनएल अपनी रेंज को बोर्डर से महज 10 मीटर पहले बंद कर देता है और प्राइवेट कंपनियों के नेटवर्क बॉर्डर के उस पार भी जाने और देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का भी सवाल है भारती एयरटेल के राजस्थान अधिवक्ता एआर हुसैन ने बताया की भारत का सबसे बड़ा नेटवर्क भारती एयरटेल है और पिछले पांच सालों से इस देश के लोगो को गुमरा करके भारत की एक लोती कंपनी की तरफ डायवर्सन किया जा रहा है जिस से देश में अन्य नेटवर्क को खत्म किया जा रहा जिस से आने वाले समय में लोगो को अपने हिसाब से लूटा जाए अपने हिसाब से रिचार्ज पालन लाया जाए जिस से आम जनता को काफी हद तक नुकसान उठाना पड़ेगा वही सरकार का हाल में जिओ के साथ एग्रीमेंट हो गया है और आने वाले कुछ दिनों में बाड़मेर जैसलमेर के बॉर्डर एरिया में नेटवर्क को लेकर काम शुरू किया जायेगा
बाड़मेर जैसलमेर में क्या है नेटवर्क को लेकर समस्या
बता दु जैसलमेर के सम लोगेवाला से लेकर बाड़मेर के बाखासर तक हजारों गांव ऐसे है यहां कोई नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध नहीं है जिस से ग्रामीण क्षेत्रों में काफी परेशानी का सामना किया जाता है इस में सबसे बड़ा कारण है वो है केंद्र सरकार की नरेगा योजना का नरेगा को लेकर सरकार ने पिछले साल आदेश जारी किया था की यहां काम होगा वहा का लोकेशन ट्रेस किया जाएगा फिर नरेगा मेट वहा जाकर अपनी आईडी से काम कर रहे श्रमिको का ऑनलाइन फोटू के साथ उनकी हाजरी लगाई जाएगी जिस से कोई फर्जीवाड़ा ना हो पिछले साल राजस्थान में कही सरपंच ने नेटवर्क का फायदा उठाकर अपने हिसाब से ऑफलाइन करोड़ों का काम करवाकर फर्जी तरीके से पैसे उठाकर मोज कर दी जिस से सरकार ने नियम बनाया की ऑनलाइन सिस्टम होगा तो उस से फर्जीवाडा नही होगा और अब ये नेटवर्क के सिवा ऐसा होना मुमकिन नही है जिसको लेकर राज्य सरकार ने फेसला किया है की वह बॉर्डर एरिया के हर गांव और ग्राम पंचायत में नेटवर्क टावर लगाएगा इस में रिलायंस जियो कंपनी को कॉन्टेक्टर भी दे दिया गया है सरकार ने हर ग्राम पंचायत से सरपंच को जमीन उपलब्ध करवाने के आदेश भी जारी किया है 20 जून से ये काम शुरू होने के आसार है
मेडिकल सिष्टयम में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है
इन्ही इलाको में मेडिकल सिस्टम में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है एमरजेंसी में एंबुलेंस को भी कॉल नही लगाया जा सकता वही क्षेत्र में टीकरण को लेकर ऑनलाइन कार्य करना पड़ता है वो भी हफ्ते में एक बार नर्सकर्मी रविवार के दिन छुट्टी होती है उस दिन अपने से 100 km दूर नेटवर्क में जाकर कार्य करना पड़ता है आज कल क्षेत्र में काफी बीमारियों का खोफ रहता है जिसकी दवाई मगवाने पर भी नही मगवा सकते क्यू की क्षेत्र में नेटवर्क की कमी से समस्त कार्य अधूरे पड़े रहते है बाड़मेर जैसलमेर जिले के डीएनपी क्षेत्रों को देखा जाए तो यहां ना ही लाइट की कोई व्यवस्था ना सड़क की ना ही नेटवर्क को सुविधा उपलब्ध है जिसकी वजह से सरकारी कामों में काफी हद तक समस्या का सामना करना पड़ता है इसको लेकर सरकार का ये फेसला काफी समस्याओं का समाधान भी करेगा साथ ही देश के अंतिम छोर पर बैठे लोगो की मदद भी करेगा देश में आजद्दी के बाद क्षेत्र को ये सबसे बड़ा तोहफा होगा अगर समय पर नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध होती है तो इस से आम जनता को सुविधा मिलेगी साथ ही सरकार की तमाम योजनाओं से बॉर्डर एरिया के लोग लाभानित होंगे
Author: Hakam Bandasar
रिपोर्टर दैनिक भास्कर बाड़मेर