खलीफा मेहरा दरगाह का सालाना उर्स 13 फरवरी को, हजारों जायरीन होंगे शामिल
गडरा रोड, बाड़मेर: खलीफा की बावड़ी में स्थित दरगाह मेहरा खलीफा पर इस साल भी वार्षिक उर्स का आयोजन 13 फरवरी 2025 को किया जाएगा। हर साल की तरह इस बार भी यह उर्स धूमधाम से मनाया जाएगा, जिसमें सैकड़ों जायरीन शरीक होंगे।
सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगा आयोजन
दरगाह कमेटी द्वारा आयोजित इस खास मौके पर सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। उर्स में देशभर से आने वाले जायरीन मेहरा खलीफा की मजार पर हाजिरी देंगे और अपनी मुरादें मांगेंगे। आयोजन कमेटी में आरब खान, कमरू दीन, भूरा खान और मोहिब में खान जैसे गणमान्य व्यक्ति शामिल हैं, जो कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तत्पर हैं।
मेहरा खलीफा उर्स: एक ऐतिहासिक परंपरा
खलीफा मेहरा दरगाह पर हर साल यह उर्स आयोजित किया जाता है, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों को एक साथ लाने का भी काम करता है।
मुरादें पूरी होने का है गहरा विश्वास
श्रद्धालुओं का मानना है कि मेहरा खलीफा की दरगाह पर आकर सच्चे दिल से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। कई लोग अपनी परेशानियों, बीमारियों और अन्य संकटों से निजात पाने के लिए यहां हाजिरी देते हैं। यह आस्था ही है, जो दूर-दराज से लोगों को यहां खींच लाती है।
विशेष अनुष्ठान और कार्यक्रम
उर्स के मौके पर दरगाह में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं, जिसमें कुरआन-खानी, मिलाद शरीफ और कव्वाली जैसे कार्यक्रम प्रमुख होते हैं। स्थानीय और बाहर से आने वाले कव्वाल अपनी मनमोहक कव्वालियों से माहौल को सूफियाना बना देते हैं।
उर्स में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम
दरगाह कमेटी की ओर से जायरीनों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। भोजन, पानी और ठहरने की सुविधा का भी ध्यान रखा गया है ताकि दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो।
उर्स का सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व
खलीफा मेहरा का उर्स केवल धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक और सांस्कृतिक मेल-जोल का भी अवसर है। इस दिन विभिन्न समुदायों के लोग आपसी भाईचारे और सौहार्द का संदेश देते हैं।
कैसे पहुंचे खलीफा मेहरा दरगाह?
खलीफा मेहरा दरगाह, गडरा रोड, बाड़मेर में स्थित है और यहां तक पहुंचने के लिए विभिन्न साधन उपलब्ध हैं। अगर आप ट्रेन या बस से आ रहे हैं तो गडरा रोड रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड से दरगाह तक आसानी से पहुंच सकते हैं। निजी वाहन से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग की भी व्यवस्था की गई है।
आइए, उर्स में शरीक होकर पाएं बरकत
दरगाह कमेटी ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस खास मौके पर आकर उर्स की रौनक बढ़ाएं और मेहरा खलीफा की मजार पर हाजिरी देकर अपनी मुरादें मांगें। यह सालाना उर्स एक ऐसा अवसर है, जहां धार्मिक आस्था और सामाजिक सौहार्द का संगम देखने को मिलता है।
(यह ख़बर ‘थार समाचार’ के लिए विशेष रिपोर्ट है। अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट करें।)
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Author: Hakam Bandasar
रिपोर्टर दैनिक भास्कर बाड़मेर